कानून का पहरेदार ही बना अपराधी एस आई बैरागी ने बर्बाद कर दिया महमूद शाह का परिवार
न्याय के लिए दर-दर भटकता महमूद शाह को आखिर कब मिल पाएगा न्याय जिम्मेदार अधिकारियों के सामने तथ्य सबूत रखने के बावजूद भी दोषियों पर कार्यवाही ना होना आखिर क्या समझा जाए शुजालपुर सिटी निवासी महमूद शाह का पुत्र राजा शाह ब्याज खोरों के चंगुल में फंस गया था ब्याज खोरो का साथ दे रहे एसआई बैरागी आरक्षक के विरुद्ध पर्याप्त सबूत राजा शाह एवं उसके परिवार के पास मौजूद थे जिसकी उन्होंने शिकायत पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को कर दी वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत पहुंचने के बाद यह तीनों पुलिस कर्मचारी घबरा गए और इन्होंने महमूद शाह एवं उसके परिवार को आश्वस्त किया कि हम तुम्हारा साथ देकर ब्याज खोरो के चंगुल से मुक्त करवा देंगे तुमने जो शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को की है उसमें हमें राजीनामा कर शपथ पत्र दे दो
महमूद शाह के भोले भाले परिवार जनों ने इन तीनों पुलिसकर्मियों की बातों में आकर राजीनामा लिख दिया इसी दौरान सूदखोरों के खिलाफ चलाए जा रहे पुलिस के अभियान और राजा शाह एवं महमूद शाह की ब्याज खोरों एवं पुलिस कर्मियों द्वारा प्रताड़ना मीडिया में आ गई इसी बात से खिन्न होकर एसआई बैरागी ने महमूद शाह के परिवार को बर्बाद करने का मानो प्रण ले लिया फिर क्या था बैरागी अपनी वर्दी का दुरुपयोग कर षड्यंत्र रचने लगा और उसने महमूद शाह के परिवार को झूठे एट्रोसिटी एक्ट में फंसवा दिया महमूद शाह के परिवार ने कई दिनों की जेल काटी इस पर भी एस आई बैरागी का मन नहीं भरा उसने तो मानो ठान ही लिया था कि महमूद शाह के परिवार को बर्बाद कर दूंगा इनको इतना प्रताड़ित करूंगा कि अपने मुंह से मौत मांगने लगे बैरागी एसआई ने अपनी खाकी का जमकर दुरुपयोग किया और आज महमूद शाह के परिवार को इच्छा मृत्यु मांगने पर मजबूर कर दिया महमूद शाह ने एक ऑटो जो कान्हा से खरीदा था कान्हा ने जिसको मूलचंद से खरीदा था उस ऑटो को धनगर को बेच दिया था उस ऑटो को बैरागी ने षडयंत्र पूर्वक छिनवा कर थाने पर खड़ा करवा लिया आटो करीब 6 महीने थाने पर खड़ा रहा आखिरकार रिश्वतखोरी कर पैसे के लेनदेन कर एसआई बैरागी ने वहा ऑटो महमूद शाह के परिवार को सौंप दिया विचारणीय प्रश्न है की जिस ऑटो से किसी गरीब की रोजी-रोटी चलती थी वहा आटो 6 महीने से ज्यादा थाने पर खड़ा रहा तो उस गरीब ने किस तरह अपने परिवार का गुजर-बसर करा होगा इतने पर भी एस आई बैरागी का मन तृप्त नहीं हुआ फिर 2 माह पश्चात ऑटो एस आई बैरागी ने थाने पर खड़ा करवा लिया और मूलचंद एवं अन्य लोगों से मिलकर उस ऑटो को किसी अन्य के नाम करवाने की साजिशें रचने लगा अब महमूद शाह का परिवार इतना परेशान हो गया कि उसने पुलिस अधीक्षक से इच्छामृत्यु मांग ली महमूद शाह ने बताया कि पुलिस थाना शुजालपुर में एसआई बैरागी ब्याज खोरों के तोड़ करवाता है और हर काम का लाखों रुपया खाता है बैरागी एसआई पुलिस का कार्य तो नहीं कर रहा बल्कि एक तानाशाह के रूप में गरीबों और कमजोरो का खून चूस रहा है और परिवारों को बर्बाद कर रहा है प्रताड़ित कर रहा है उनका शोषण कर रहा है इससे तंग आकर महमूद शाह ने इच्छा मृत्यु मांगी अब देखना यह है कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एसआई बैरागी को दंड देते हैं या महमूद शाह को मरने के लिए छोड़ देते हैं।
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संवाददाता- असलम शाह उर्फ सद्दाम बाबा
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